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Wednesday, March 14, 2012

चाहत


एक नयी कहानी की शुरुआत…….
जिंदगी में हसीन पलो का एक नया मौसम……
बेजान से अपने आप को फिरसे जिंदा करने का एक बहाना…..
दरिया में जैसे मौजे उछल कर आवाजे करते है,
वैसे ही खुशीयो की जनकार से मेरे दिन रोशन होते है……
मेरी मदहोश धडकनों को धडकता करती तुम्हारी मुस्कुराहट…
मेरी पूजा, मेरी दुआ, मेरे दिन-मेरे पल,
मेरी हर एक साँस सिर्फ तुजसे जुडी है……सिर्फ तुजसे !!
हा….तुम…..सिर्फ तुम्ही हो इस कहानी में मेरी कहानी |
में तुम्हे जिंदगी से बढ़कर चाहने लगा हूँ  “तमन्ना” ||
- जिगर ब्रह्मभट्ट

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