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Thursday, September 11, 2008

ज़िन्दगी है छोटी, हर पल में खुश रहो ...

ऑफिस में खुश रहो, घर में खुश रहो ...

आज दोस्तों का साथ नहीं, टीवी देख के ही खुश रहो ...

घर जा नहीं सकते तो फ़ोन कर के ही खुश रहो ...

आज कोई नाराज़ है, उसके इस अंदाज़ में भी खुश रहो ...

जिसे देख नहीं सकते उसकी आवाज़ में ही खुश रहो ...

जिसे पा नहीं सकते उसकी याद में ही खुश रहो

Pyar न मिला तो क्या , Dosty में ही खुश रहो ...

बिता हुआ कल जा चूका है , उसकी मीठी यादों में ही खुश रहो ...

आने वाले पल का पता नहीं ... सपनो में ही खुश रहो ...

हँसते हँसते ये पल बिताएँगे, आज में ही खुश रहो

ज़िन्दगी है छोटी, हर पल में खुश रहो

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